IPC Section 33 in Hindi | आईपीसी धारा 33 क्या है

IPC Section 33 in Hindi: नमस्कार दोस्तों, आज के इस लेख मैं आपको भारतीय दंड संहिता, आईपीसी की धारा 33 के बारे में बताऊंगा, इस पोस्ट में हम आईपीसी धारा 33 क्या है? Section 33 of IPC in Hindi, धारा 33 भारतीय दण्ड संहिता, IPC Section 33 Explained in Hindi, What is IPC Section 33 आदि के बारे में जानेंगे तो आइये बिना देरी के इस पोस्ट कि शुरुवात करते हैं.

IPC Section 33 in Hindi
IPC Section 33 in Hindi

IPC Section 33 in Hindi | आईपीसी धारा 33 क्या है

IPC Section 33 यह धारा कार्य और लोप (“Act “”Omission”) की परिभाषा देती है, धारा 33 के अनुसार कार्य शब्द एकल कार्य के साथ-साथ कार्य कार्यों की एक श्रंखला को भी दर्शाता है, लोप शब्द एकल लोप के साथ-साथ लोपों की एक श्रृंखला को भी दर्शाता है, सरल शब्दों में कहें तो IPC की धारा 33 कहती है

कि यदि कोई व्यक्ति एक ही समय में कई कार्य करता है तो वे सभी एक ही कार्य के रूप में माना जाएंगे, इसी तरह यदि कोई व्यक्ति एक ही समय में कई लोभ करता है तो वे सभी एक ही लोप के रूप में माना जाएंगे.

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि कोई व्यक्ति एक ही समय में दो लोगों को गोली मारता है, इस मामले में दोनों गोलियां एक ही कार्य के रूप में मानी जाएंगी, मान लीजिए कि कोई व्यक्ति एक ही समय में दो लोगों को बचाने में विफल रहता है, इस मामले में दो लोप एक ही लोप के रूप में मानी जाएंगी.

IPC Section 33 Explained in Hindi | What is IPC Section 33

धारा 33 का विवरण

भारतीय दंड संहिता की धारा 33 के अनुसार, कार्य शब्द कार्यावली की द्योतक उसी प्रकार है जिस प्रकार एक कार्य का ।
लोप–लोप शब्द लोपावली की द्योतक उसी प्रकार है जिस प्रकार एक लोप का

IPC Section 33 Definition

According to Section 33 – The word “act” denotes as well a series of acts as a single act: the word “omission” denotes as well as series of omissions as a single omission.

धारा 33 का महत्व

धारा 33 का महत्व यह है कि यह सुनिश्चित करता है कि सभी अपराधों को कवर किया जाता है, भले ही वे एकल कार्यों या कार्यों या लोपों की एक श्रंखला के परिणाम स्वरूप हो.

  1. आईपीसी की धारा 33 के तहत एकल कार्य या लोभ को अपराध के रूप में माना जाएगा, यदि वह अपराध की परिभाषा को पूरा करता है,
  2. यदि कोई व्यक्ति एकल कार्य या लोभ के रूप में किए गए अपराध के लिए दोषी ठहराया जाता है तो उसे उस अपराध के लिए निर्धारित सजा दी जाएगी.
  3. धारा 33 का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है, जब कोई व्यक्ति एक ही समय में कई लोगों को धोखा देता है, इस मामले में सभी धोखा धड़ी एक ही धोखा धड़ी के रूप में मानी जाएंगी.

Conclusion

तो दोस्तों मुझे उम्मीद है कि आपको इस लेख आईपीसी धारा 33 क्या है?, IPC Section 33 in Hindi से आईपीसी की धारा 33 के बारे में समझ में आया होगा. यदि आपके कोई प्रश्न है तो कृपया नीचे कमेंट करें धन्यवाद.

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