IPC Section 63 in Hindi: नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है ipc-section.com के इस नए पोस्ट में आज के इस पोस्ट में हम बात करने वाले हैं भारतीय दण्ड संहिता के धारा 63 के बारे में यहाँ हम आईपीसी धारा 63 क्या है? धारा 63 भारतीय दण्ड संहिता, What is IPC Section 63, IPC Section 63 Explained in Hindi, धारा 63 का विवरण आदि के बारे में बिस्तार से जानेंगे तो आइये इस लेख कि शुरुवात करते हैं
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IPC Section 63 in Hindi | आईपीसी धारा 63 क्या है
IPC Section 63 बात करता है Amount of fine यानि जुर्माने की रकम के बारे में भारतीय दण्ड संहिता कि धारा 63 बताती है लेकिन फाइन या जुर्माना कितना होगा इसके बारे में आईपीसी के सेक्शन 63 में कुछ नहीं बताया गया जब भी किसी केस में कोर्ट अपना फैसला सुनाती है तो सजा के तौर पर उसे जेल भेज दिया जाता है या फिर 3 साल, 2 साल, 10 साल या आजीवन कारावास की सजा दी जाती है या अपराधी पर जुर्माना लगाया जाता है या फिर किन्हीं मामलों में फाइन और कारावास दोनों ही लगा दिए जाते हैं.
IPC Section 63 Explained in Hindi
पर कई बार ऐसा भी होता है कि कोर्ट अपराधी पर खाली फाइन ही लगाती है तो आईपीसी के जो सेक्शंस हैं उनमें जुर्माने को डिफाइन किया गया है कि किस सेक्शन के तहत कितने अमाउंट का जुर्माना लगाया जा सकता है पर कुछ सेक्शन ऐसे भी होते हैं जहां पर फाइन के बारे में बात तो की गई है पर यह नहीं बताया गया कि कितना अमाउंट लगाया जाएगा.
वहां पर आईपीसी का सेक्शन 63 कहता है कि जिस भी सेक्शन में फाइन के अमाउंट की बात नहीं बताई गई है, वहां पर कोर्ट अपनी मर्जी से जितना चाहे अनलिमिटेड जुर्माना लगा सकती है, लेकिन असीमित का मतलब ये नहीं होगा कि कोर्ट हद से ज्यादा जुर्माना लगा दे, कोर्ट को फाइन इंपोज करने से पहले आरोपी की कंडीशन को देखना होगा
और साथ ही इन तीन पॉइंट्स को देखना होगा, पहला यह कि अपराधी की कंडीशन क्या है, उसकी इनकम कितनी है, वह कितना कमाता है, ताकि यह डिसाइड किया जा सके कि उसे कितना फाइन लिया जा सकता है.
दूसरा पॉइंट यह कि उसका क्राइम क्या है, उसने किस तरह का अपराध किया है
और तीसरा क्राइम यह कि जो विक्टिम है, जिसका कोई नुकसान हुआ है, उसका कितना नुकसान हुआ है, उसके बाद ही कोर्ट जुर्माने का अमाउंट डिसाइड कर सकती है, तो इस तरह से आईपीसी का सेक्शन 63 यह बताता है कि किसी भी केस में कोर्ट के अमाउंट को डिसाइड कर सकती है मगर एक दायरे के अंदर.
धारा 63 का विवरण – What is IPC Section 63
धारा 63 का विवरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 63 के अनुसार, जहां कि वह राशि अभिव्यक्त नहीं की गई है जितनी तक आर्थिक दण्ड/जुर्माना हो सकता है, वहां अपराधी जिस रकम के आर्थिक दण्ड/जुर्माने का उत्तरदायी है, वह अमर्यादित है किन्तु अत्यधिक नहीं होगी
IPC Section 63 Definition
According to Section 63 – “Where no sum is expressed to which a fine may extend, the amount of fine to which the offender is liable is unlimited, but shall not be excessive.”
Conclusion
तो दोस्तों आशा करता हूँ कि आईपीसी धारा 63 क्या है?, IPC Section 63 in Hindi आप समझ गए होंगे आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा तो यदि यह जानकारी अच्छा लगा है तो आप इसे अपने दोस्तों को शेयर करना बिल्कुल मत भूलिएगा हमारी साईट पर विजिट करने के लिए आपका धन्यवाद.
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