IPC Section 2 in Hindi: नमस्कार दोस्तों, स्वागत है आपका हमारी साईट ipc-section.com पर. मैं हूं पंकज. यदि आप एक law student हैं तो आपके लिए जितनी भी भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) की जितनी भी महत्वपूर्ण धाराएं हैं उन सबके बारे में हम सहज और आसान तरीके से अपनी इस वेबसाइट पर पेश कर रहे है |Indian Penal Code (IPC) कि ये महत्वपूर्ण धाराएं जो की हर स्टूडेंट के लिए एग्जाम की दृस्टि से तो Important है ही साथ ही हमारे General Knowledge के लिए भी इन धाराओं के बारे में जानकारी बहुत जरुरी है |
हमने आज इस लेख में भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) की धारा 2 (Section 2) में क्या परिभाषित किया गया है इस बारे में हम आपको जानकारी देने जा रहे हैं यहाँ आपको भारतीय दंड संहिता की धारा 2 (IPC Section 2 in Hindi) की जानकारी दूंगा। धारा 2 क्या है ? मेरा प्रयास आपको IPC Section 2 को सरल भाषा में समझाने का रहेगा। तो आइये जानते हैं आईपीसी धारा 2 क्या है? । IPC Section 2 in Hindi, धारा 2 कब लगती है
Contents
आईपीसी धारा 2 क्या है? । IPC Section 2 in Hindi
धारा 370 हटने के बाद अभी जो IPC Section है पूरे हिंदुस्तान में लागू है यानी extent to whole India. पहले यह section जम्मू and कश्मीर में लागू नहीं होता था. आईपीसी धारा 2 (IPC Section 2) दोस्तों कहता क्या है?
IPC Section 2 – Punishment of offenses committed within India
यानी जो भी अपराध भारत के अंदर किए जाएंगे, तो उनकी सजा IPC के माध्यम से दी जाएगी यानी भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) तंत्र के आधार पर उन व्यक्तियों को सजा दी जाएगी जो भी अपराध भारत के अंदर घटित हो रहा है या भारत के किसी व्यक्ति द्वारा किया जाएगा कुछ व्यक्तियों को इसमें छूट दी गई हुई है.
जैसे military है paramilitary forces कुछ bureaucrats आते हैं Amity’s के member आ गए, कुछ हमारे parliament के member आ गए, कुछ चीज़ों को इसमें अलग रखा गया है. उन पर IPC Section 2 लागू नहीं होता है. लेकिन FD जो common person है अगर कोई अपराध घटित करेगा भारत के अंदर तो वह सजा के लिए बाध्य होगा IPC Section की धाराओं के अंदर.
What is IPC Section 2 in Hindi?
भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code) IPC Section की धारा 2 कहती है की भारत के अन्दर किये गए अपराधों में सजा देने ओर सजा नहीं देने का प्रावधान करती है।
आईपीसी धारा 2 के अनुसार
भारत के भीतर किए गए अपराधों का दण्ड-
हर व्यक्ति इस संहिता के उपबन्धों के प्रतिकूल हर कार्य अथवा लोप के लिए, जिसका वह भारत के अन्दर दोषी होगा, भारतीय दंड संहिता के इसी संहिता के अधीन दण्डनीय होगा, अन्यथा नहीं।
Every person shall be liable to punishment under this Code and not otherwise for every act or omission contrary to the provisions thereof, of which he shall be guilty within India.
IPC Section 2 – धारा 2 FAQ:
धारा 2 का मतलब क्या है?
अगर कानूनी भाषा में इसकी परिभाषा पर जाएं तो IPC Section के अनुसार “हर व्यक्ति इस संहिता के उपबन्धों के प्रतिकूल हर कार्य या लोप के लिए, जिसका वह भारत के भीतर दोषी होगा, इसी संहिता के अधीन दण्डित किया जायेगा अन्यथा नहीं
धारा 2 कब लगती है
IPC Section की धारा 2 — भारत के भीतर किए गए अपराधों के लिए दण्ड देने के लिए लगती है
भारत के भीतर किए गए अपराधों का दण्ड IPC के किस धारा में दिया गया हैं ?
IPC की धारा 2 में.
Conclusion
दोस्तों आशा करते हैं कि हमारे द्वारा दी गई आईपीसी धारा 2 क्या है? , IPC Section 2 in Hindi कि ये जानकारी आपके काम आएगी. फिर IPC Section कि एक नई जानकारी के साथ आपसे दोबारा मुलाकात होगी. तब तक नमस्कार धन्यवाद. जय हिन्द
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